इंदौर​​​​​: एमपी के इंदौर शहर में पटवारियों का एकाधिकार खत्म होने वाला है। सुशासन संवाद केंद्र में सालों से एक ही जगह जमे पटवारियों की सैकड़ों शिकायतें मिली हैं। इसके बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने एनआईसी सॉफ्टवेयर की मदद से तहसीलवार रेंडमाइजेशन पद्धति से क्षेत्र बदलने के निर्देश दिए हैं। पटवारियों के तबादले का ऐसा प्रयोग पहली बार किया जा रहा है।

पटवारियों को दिए जाएंगे नए क्षेत्र

कलेक्टर आशीष सिंह ने नामांतरण और सीमांकन के मामलों की हकीकत जानने के लिए सुशासन संवाद केंद्र खोला है, जिसमें आवेदकों को बुलाकर फीडबैक लिया जा रहा है। कई लोगों ने रिश्वत मांगने की बात भी बताई। इस पर सिंह ने सोमवार को समय सीमा बैठक में सभी एसडीएम को आदेश दिए कि वे अपनी-अपनी तहसीलों के पटवारियों की सूची तैयार करें और एनआईसी सॉफ्टवेयर के जरिए रेंडमाइजेशन के जरिए क्षेत्र (कार्य क्षेत्र) बदलें।

सभी पटवारियों को नए क्षेत्र दिए जाएंगे। सभी को बदलाव कर शुक्रवार तक रिपोर्ट देनी होगी। बैठक में जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन, आईडीए सीईओ आरपी अहिरवार, अपर कलेक्टर राजेंद्र रघुवंशी और रोशन राय मौजूद थे।

समग्र आईडी के ई-केवाईसी पर फोकस

बैठक में सिंह ने समग्र आईडी के ई-केवाईसी कार्य की समीक्षा की और निर्देश दिए कि नगर निगम क्षेत्र में इस कार्य पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कार्यालयों में ई-ऑफिस प्रणाली लगाने को भी कहा है।