सपा विधायक अबू आजमी पर गिरफ्तारी की सजा, योगी और फडणवीस ने किया विरोध
समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान को कई महीने जेल में बिताने पड़े थी, वहीं अब पार्टी के एक अन्य विधायक पर गिरफ्तारी की तलवार लटकती दिख रही है. यह हैं सपा विधायक अबू आजमी, जिन्हें मुगल बादशाह औरंगजेब की तारीफ करनी भारी पड़ती दिख रही है. पहले तो उन्हें विधानसभा के बजट सत्र से सस्पेंड कर दिया गया. वहीं अब उनपर गिरफ्तारी की तलवार लटकती दिख रही है. अबू आजमी ने औरंगजेब की तारीफ में बयान दिया था, जिसके बाद विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ. सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि जो भी छत्रपति संभाजी महाराज का अपमान करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
विधान परिषद में जब उद्धव गुट के नेता अंबादास दानवे ने सवाल किया कि अबू आजमी को कब जेल में डालेंगे? तो इस पर सीएम फडणवीस ने दो टूक जवाब दिया, 100% जेल में डालेंगे. उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जब जितेंद्र आव्हाड ने छत्रपति शिवाजी महाराज की तुलना औरंगजेब से की थी और उसे विशाल व अच्छे कद-काठी का बताया था, तब किसी ने विरोध नहीं किया. विपक्ष निंदा करने में चयनात्मक नहीं हो सकता.फडणवीस ने आगे कहा कि नेहरू की किताब द डिस्कवरी ऑफ इंडिया में भी छत्रपति शिवाजी महाराज के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की गई है. क्या विपक्ष में हिम्मत है कि वे नेहरू की निंदा करें?
यूपी भेजो, सही इलाज होगा
अबू आजमी के बयान पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी कड़ा बयान देते हुए कहा, उसे यूपी भेजो, हम जानते हैं कि उसका क्या इलाज करना है. ऐसे लोगों को भारत में रहने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए.
अबू आजमी की सफाई
अबू आजमी ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि मैंने सिर्फ वही कहा है जो प्रोफेसर और अकादमिक लोग औरंगजेब के बारे में कहते हैं. मैंने कभी राज्य के महापुरुषों के खिलाफ कुछ नहीं कहा. हालांकि, विधानसभा में उनके बयान को लेकर नाराजगी बरकरार है और उनके निलंबन के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं.
अबू आजमी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग बढ़ रही है. महाराष्ट्र सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि इस मामले को हल्के में नहीं लिया जाएगा. अब देखने वाली बात होगी कि अबू आजमी आगे क्या रुख अपनाते हैं और सरकार उन पर क्या कानूनी कार्रवाई करती है.